8 नवम्बर 2016 को जारी किये गये राजपत्र (Gazette of India)

8 नवम्बर 2016 को जारी किये गये राजपत्र (Gazette of India) में नीचे लिखे तीन कारण बताये गये हैं नोटबंदी के पीछे
And whereas, it has been found that fake currency notes of the specified bank notes have been largely in circulation and it has been found to be difficult to easily identify genuine bank notes from the fake ones and that the use of fake currency notes is causing adverse effect to the economy of the country;

ये पहला कारण ये बताता है कि नकली नोट अधिकांश रूप से परिचालन में हैं यानि ज्यादा मात्रा में चल रहे हैं और ये नकली नोट को पहचानना भी कठिन है और ये की इन नकली नोटों के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

तो क्या मैं ये समझूं कि ये कोई पर्याप्त कारण था नोटबंदी के लिये । दिये गये तर्क़ से मैं सहमत हूँ कि नकली नोट देश की अर्थव्यवस्था के लिये नुकसानदायक हैं लेकिन इसको ठीक करने का क्या नोटबंदी ही एक उपाय था ? क्या दुनियां के अन्य देश जहाँ पर नकली नोट से परेशानी है उनको भी यही करना पड़ता है ? और क्या नोटबंदी के बाद नकली नोट आना बंद हो जायेंगे और हो गये हैं ? क्या कोई और तरीका भी हो सकता था नकली नोटों को रोकने के लिये ? बाकि देश, जहाँ पर नकली नोट की समस्या है, कौन सा तरीका अपनाते होंगे?

And whereas, it has been found that high denomination bank notes are used for storage of unaccounted wealth as has been evident from the large cash recoveries made by law enforcement agencies;

ये दूसरा कारण ये बताता है कि बड़े नोट का उपयोग अघोषित धन को जमा करने के लिये किया जाता है और इसका सबूत भी दिया है कि जैसे पुलिस/प्रशासन द्वारा जो बड़ी बड़ी नकदी की खेप पकड़ी जाती है।

अब यहाँ पर भी मेरा कमजोर दिमाग समझने में असमर्थ है कि 1000 के नोट को बंद करके 2000 के नोट को चलाने से ये समस्या कम होगी या ज्यादा होगी ? दूसरी बात बड़ी मात्रा में नकदी पकडे जाने की ख़बरें तो अब भी आ रहीं हैं - वो कैसे ? जरा ध्यान दीजिये राजपत्र में जो कारण दिया है वो unaccounted (अघोषित) धन का दिया है जिसका मतलब ये है कि जो व्यक्ति दो लाख रुपये कमाता हो लेकिन दिखाता कम हो ताकि बाकि रकम को घोषित न करके टैक्स की चोरी करे उसको तो ये सुविधा अभी भी उपलब्ध रहेगी बस 1000 की जगह 2000 के नोट जमा करेगा।

And whereas, it has also been found that fake currency is being used for financing subversive activities such as drug trafficking and terrorism, causing damage to the economy and security of the country and the Central Government after due consideration has decided to implement the recommendations of the Board;

ये तीसरा और आखिरी कारण बता रहा है कि नकली नोटों का उपयोग नशा व्यापार, आतंकवाद में होना पाया गया है जो देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिये घातक है । कारण से मैं पूरी तरह सहमत हूँ । लेकिन क्या नोटबंदी से ये बंद हो गया है?

काले धन और भ्रष्टाचार (जिसके कारण कालाधन और अन्य समस्यायें होती हैं ) के बारे में तो कहीं नहीं बताया गया है इस नोटिफिकेशन में कि नोटबंदी से ये भी बंद हो जायेगा । तो क्या ये सोच बाद में आयी कि एक और फायदा नोटबंदी का मिलेगा ? या ये सोच बाद में इसीलिये डालनी पड़ी कि पहले सोचे हुये कारण और निवारण कमजोर साबित होने लगे।

सरकारी राजपत्र यहाँ पढ़ें
http://finmin.nic.in/172521.pdf
8 नवम्बर 2016 को जारी किये गये राजपत्र (Gazette of India) 8 नवम्बर 2016 को जारी किये गये राजपत्र (Gazette of India) Reviewed by Advocate on 11:16 PM Rating: 5

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